Monday, December 7, 2009

नाक की कील पहनने पर निलंबित हाथ को स्कूल ने फिर दिया प्रवेश

भारतीय पारंपरिक वस्त्रों और आभूषणों को लेकर विदेशों में हमेशा से ही बवाल मचता रहा है । ताजा मामला स्कूली छात्रा द्वारा नाक में कील पहनने को लेकर सामने आया है । उथाह के बोंटिफुल स्थित एक पब्लिक स्कूल ने १२ वर्षीय भारतीय मूल की छात्रा सुजाना पाब्ला को पिछले माह इसलिए निलंबित कर दिया था क्योंकि उसने नाक में कील पहन रखी थी । स्कूल का कहना था कि इस कारण वह ड्रेस कोड का उल्लंघन कर रही थी । बहरहाल स्कूल ने जब जाना कि नाक में कील पहनना भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा है न कि धार्मिक जरूरत । तो उसने छात्रा के साथ समझौता करने के बाद उसे वापस सातवीं कक्षा में प्रवेश दे दिया है । हालांकि स्कूल ने छात्रा से कहा है कि वह महीन और ज्यादा न चमकने वाला नग ही नाक में पहन सकती है ।
सुजाना ने कहा, ‘मैं इसके जरिए भारत में अपने परिवार के और ज्यादा करीब महसूस करती हूं । सुजाना का जन्म बोंटिफुल में ही हुआ था । उसके पिता सिख समुदाय से हैं और उनका जन्म भारत में हुआ था । सुजाना के पिता अमरदीप सिंह ने कहा, ‘ऐसा कतई नहीं होना चाहिए ।’ अमरदीप सिंह लीहाई यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी के प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं । उनोंने कहा, ‘यह सच है कि नथ भारत में अधिकतर महिलाओं द्वारा पहनी जाती है । यह हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है । भले ही यह संस्कृति से जुड़ी बात हो मगर हमारे लिए यह बात बेहद अहम है ।’ उन्होंने कहा, ‘लोग मुझसे लगातार पूछते रहते हैं कि मैं पगड़ी क्यों पहनता हूं । कई बार मुझे इसका जवाब देना भारी सा लगने लगता है । ’ उन्होंने कहा कि कई लोग मानते हैं कि मैं अप्रवासी हूं । विदेशी हूं । आप भले ही इसे अपना देश मानते हों लेकिन कई बार आपको बाहरी महसूस होता है ।

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