उद्घाटन से पहले टूटा पुल
लाखों का निकला टेंडर और जेबें हो गयीं फुल
उद्घाटन से पहले देखो टूट गया था पुल
जनता के मेहनत की कमाई इस पुल में हुई बर्बाद
पर किसी के घर बन गये कोई हुआ आबाद
लाखों का निकला टेंडर और जेबें हो गयीं फुल
उद्घाटन से पहले देखो टूट गया था पुल
जनता के मेहनत की कमाई इस पुल में हुई बर्बाद
पर किसी के घर बन गये कोई हुआ आबाद
पुल से नदी पार करने का सपना मन में थे संजोए
सोच रहे थे उनकी ख़ुशियों को किनकी लग गई हाए
नहीं पता इन्हें की क्या टूटे पुल की कहानी
घटिया सा सामान लगाया खूब करी मनमानी
सोच रहे थे उनकी ख़ुशियों को किनकी लग गई हाए
नहीं पता इन्हें की क्या टूटे पुल की कहानी
घटिया सा सामान लगाया खूब करी मनमानी
पुल से ज़्यादा इनको चिंता कमीशन की सताई
सोच रहे थे ज़्यादा से ज़्यादा इससे करो कमाई
बना के तैयार कर दी इन्होंने जिंदा लाश
पैसे देकर आकाओं से पुल कराया पास
सोच रहे थे ज़्यादा से ज़्यादा इससे करो कमाई
बना के तैयार कर दी इन्होंने जिंदा लाश
पैसे देकर आकाओं से पुल कराया पास
सजी खूब महफ़िल थी उस दिन हाउस हुआ था फुल
नेता जी फीता काटें उससे पहले टूटा पुल
सभी के सपने ऐसे टूटे जैसे टूटे काँच
नेता जी कह के चल दिए की कराओ इसकी जाँच
जनता को दे जाँच का लॉलीपाप मामला किया था गुल
देशद्रोही फिर मिल बैठे बनाने को नया पुल
सोच रहा राजीव की ऊपर वाले ने किया एहसान
जो पुल टूटता बाद में तो जाती कितनी जान
नेता जी फीता काटें उससे पहले टूटा पुल
सभी के सपने ऐसे टूटे जैसे टूटे काँच
नेता जी कह के चल दिए की कराओ इसकी जाँच
जनता को दे जाँच का लॉलीपाप मामला किया था गुल
देशद्रोही फिर मिल बैठे बनाने को नया पुल
सोच रहा राजीव की ऊपर वाले ने किया एहसान
जो पुल टूटता बाद में तो जाती कितनी जान
अच्छी रचना है ........
ReplyDeleteयहाँ भी आये एवं कुछ कहे :-
समझे गायत्री मन्त्र का सही अर्थ
Kya mar gaye sab insaan?
ReplyDeleteBach gaye sirf Hindu ya musalmaan?
rajiv ji
ReplyDeletein logon par kavita likh kar ,nahi chalega kam
in par f.i.r.darj karvaiye yahi hai inka anjam