Friday, June 26, 2009

प्रगति मैदान में दिखा शिक्षा के क्षितिज और उद्योग का वृहद दृश्य


प्रगति मैदान में विगत २० एवं २१ जून, २००९ को शिक्षा के क्षितिज और उद्योग वृहद दृश्य दृष्टिगोचर हुआ । FEPL द्वारा आयोजित ७ वीं इंफ्रा एजुका २००९ प्रदर्शनी में प्रत्येक शैक्षिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों को विभिन्‍न कैरियर विकल्पों से रूबरू होने का मौका मिला । इस पहलकदमी से विभिन्‍न कॉरपोरेट एवं सरकारी योजनाओं और नीतियों के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी मिली । इस दौरान इग्नू को समर्थन ने यह सुनिश्‍चित कर दिया कि छात्रों को दूरस्थ शिक्षा पाठ्‌यक्रमों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से अतिरिक्‍त लाभ एवं विकल्प कैसे प्राप्त हो । फ्रेंड्‌ज एजीबिशन्स एंड प्रमोशन्स प्रा० लि० की प्रोजेक्‍ट कोऑर्डिनेटर सुश्री मणि वशिष्ठ के अनुसार - “कैरियर संबंधी इस मेले में उच्चतर शिक्षा एवं विशेषकृत पाठ्‌यक्रमों, व्यावसायिक प्रशिक्षण, व्यावसायिक पाठ्‌यक्रमों कंप्यूटर शिक्षा प्रबंधन एवं शिक्षण संस्थानों, असामान्य क्षेत्रों यथा विमान, सत्कार, एनीमेशन आदि में पाठ्‌यक्रमों, अंतर्राष्ट्रीय विश्‍वविद्यालय और कार्यक्रम, शैक्षिक तथा वित्त सरकारी योजनाएँ एवं सहायता आदि पर ध्यान केंद्रित किया गया था । प्रदर्शनी में प्रचुर विकल्प दिखाए गए, इसलिए छात्रों के दाखिला पाने की सफलता दर बहुत अधिक रही । सशस्त्र बलों में कैरियर के विकल्प इस मेले की मुख्य आकर्षण रही । ओएनजीसी के मानव संसाधन निदेशक डॉ० ए० के० बल्यान ने कहा कि “सर्व शिक्षा अभियान का अनुसरण करते हुए साक्षरता फैलाने में ओएनजीसी सामाजिक गतिविधियों के प्रति अत्यधिक प्रतिबद्ध है इंफ्राएजुका २००९ में प्रतिष्ठित प्रोफेसर एवं व्यावसायिकों के साथ संगोष्ठियों, परामर्श एवं नेटवर्किंग सत्रों के माध्यम से अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया गया, जिसका उदेश्य ज्ञान को बाँटना और शिक्षा के क्षेत्र में नवीनतम अभिनव तकनीकों एवं रूझानों के बारे में जागरूकता का प्रसार था । विभिन्‍न क्षेत्रों में शिक्षा ः चुनौतियाँ एवं अवसर संगोष्ठी जिसे हाल ही में बिहार और राजस्थान के इंफ्रा एजुका २००९ संस्करण में बड़ी भारी सफलता मिली थी, दिल्ली प्रदर्शनी का भी एक हिस्सा बन गई । सुश्री वशिष्ठ ने कहा- “इस समारोह में सरकार में निर्णय लेने वालों, विभिन्‍न शिक्षा बोर्डों के सदस्य, व्यावसायिक संस्थानों एवं कॉलेजों के प्रतिनिधि, वैज्ञानिक एवं साहित्यविद, शिक्षा कंसलटेंट्‌स और आर्थिक संस्थाओं के प्रतिनिधि की साझेदारी देखने को मिली शिक्षा ऋणों के माध्यम से प्रबंधकीय एवं तकनीकी शिक्षा में उच्चतर शिक्षा के मायनों में विद्यार्थियो की अभिलाषाओं को पूर्ण करने में बैंक एक अहम भूमिका निभाते हैं । भारतीय स्टेट बैंक, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर तथा शिक्षा के क्षेत्र में अन्य बड़े खिलाड़ी अपनी सरलीकृत ऋण व्यवस्था के साथ भाग लेकर उच्चतर शिक्षा प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों की मदद की । इस प्रदर्शनी में मुफ्त कंठ से प्रशंसित “ऐम फॉर यूनिटी” के स्टॉल पर विद्यार्थियों द्वारा बदलाव की प्रेरणा का संदेश प्रवाहित हो रहा था । ग्लोबल वार्मिंग के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने के साथ-साथ सावधानियों/समाधानों का नुस्खा भी इनके माध्यम से दिया जा रहा था । इस संस्था से जुड़े कुणाल शर्मा एवं शुभम ने बताया कि "CFL बल्ब का इस्तेमाल, इलेक्टॉनिक यंत्रों द्वारा, टायरों में यथोचित हवा भरने, कारों के एयर फिल्टर की जाँच, रिसाइकल्ड पेपर के इस्तेमाल, फ्रीज में थर्मोस्टेट को एडजस्ट (जाड़ा में २ डिग्री नीचे एवं गमी में २ डिग्री उपर) , एसी फिल्टर को बदलने, वृक्षारोपण, न्यूनतम पैकेजिंग द्वारा सामान खरीदने, पुनर्व्यवहार वाले पानी की बोतलों के इस्तेमाल तथा उपयोग नहीं करने की अवधि में कंप्यूटर ऑफ रखकर हम ग्लोबल वार्मिंग को काफी हद तक काम कर सकते हैं । इस संबंध में जनजागरण की आवश्यकता हैं जो सबों के सहयोग के बिना पूरा नहीं हो सकता है ।"

5 comments:

  1. युवाओं को दिशानिर्देश करने हेतु ऐसे आयोजनों की प्रशंसा की जानी चाहिए ।

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  2. Do Visit www.aim4.co.cc to see the events Pic

    Thanks Gopal ji for your valuable views

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  3. हिंदी भाषा को इन्टरनेट जगत मे लोकप्रिय करने के लिए आपका साधुवाद |

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  4. सुन्‍दर। शुभकामनाएँ।
    kripayaa word verification ko hataa dijiye..
    anaavashyak samauy nasht hotaa hai usame...

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